Stories

Stories that are different in nature.

हिम्मत ए मलखान

मलखान कहानी

हिम्मत ए मलखान। इससे पहले 1898 तक मैं  बनारस के राजा का तहसीलदार था। रुतबा बहुत ज़्यादा था मेरा। शान और शोहरत पूरे इलाक़े में फैली हुई थी।अभी रक्षाबंधन बीते हुए कुछ ही दिन हुए। जिन बहनो की रक्षा की लिए हाथ में सूत्र बाँधा  था। आज उन्ही बहनो को मेरे दुश्मनो उठा कर ले जाने की धमकी दे रहे है।

टिप टिपवा का डर

Tip tipwa

टिप टिपवा की भयंकर मार से डरके बाघ लगा भागने अपने जंगल की तरफ़।जबकि रामू उसको और मारता घर की तरफ़ चलने के लिए। बाघ भागता जंगल की ओर, रामू उसे पीटता घर की ओर के लिए। पिट पिट के बाघ परेशान हो गया। उसकी इतनी पिटाई हुई की अंग अंग दुखने लगा

आज अपना कल पराया

Hindi story

अंत हुआ कहाँ है अभी। मरना तो एक दिन सभी को है दोस्त, मगर मरने से पहले क्यों मरें। औंकार जिसको आजीवन सेवा और त्याग समझता रहा, वो तो कदाचित स्वार्थ का ही एक रूप था। वो सब कुछ अपने बेटों के लिए यही सोचकर तो करता रहा कि एक दिन उसे भी उसका लाभ मिलेगा। ये सेवा नहीं, व्यापार था जिसमें उसको नुकसान हुआ था।

महाराजा सुहेलदेव- अखंड भारत का वीर सपूत

भारत के इतिहास का भूला दिया गया एक वीर शासक और योद्धा महाराजा सुहेलदेव। अखंड भारत का महान देशभक्त पुत्र सुहेलदेव।वो राजा जिसे भारतवर्ष की सुरक्षा में महान योगदान होने के बावजूद भी इतिहास के पन्नो में भूला दिया गया।

शीत और बसंत -भोजपुरी लोक कथा

यह कहानी शीत और बसंत नामक भोजपुरी लोक कथा का हिंदी रूपांतरण है। कहानी है दो राजकुमारों की, उनके राज्य और दो वफ़ादार सैनिकों की।